क्या प्रकाश लौटता है ?
सूर्य के सामने किसी शीशे या दर्पण को लेकर खड़े हो जाओ। तुम देखोगे कि, तुम्हारे पीछे जो टोकरी रखी हुई है, उस पर प्रकाश पड़ रहा है और वह तुम्हें दिखाई पड़ रही है, पर तुम्हारे सामने जो टोकरी रखी हुई है, वह तुम्हें नहीं दिखाई पड़ रही है।
यह आश्चर्यजनक काम किस तरह हुआ? केवल प्रकाश के लौटने से। अगर पीछे की टोकरी का प्रकाश लौटकर तुम्हारी आंखों पर न पड़ता, तो वह तुम्हें दिखाई न पड़ती। द्वारा सबसे अधिक प्रकाश लौटता है।
वैज्ञानिकों का कहना है, संसार में जितनी चीजें हैं, उनमें शीशे के हमें तुम्हें कोई चीज दिखाई न पड़ती। यदि प्रकाश में लौटने का गुण न होता, तो आंखों के होने पर भी हैं ।
संसार की सारी चीजें इसी तरह प्रकाश के लौटने से दिखाई पड़ती चन्द्रमा इसलिए दिखाई पड़ता है कि उसे सूर्य से जो प्रकाश मिलता है, वह लौट कर हमारी आंखों पर पड़ता है, पर उस समय हमें चन्द्रमा बहुत धुंधला दिखाई पड़ता है। जब चन्द्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आ जाती है। उस समय पृथ्वी प्रकाश को लौटने से रोक देती है।
इसी तरह जिन चीजों से प्रकाश कम लौटता है, वे हमें धुंधली दिखाई पड़ती है।
प्रकाश का लौटना बड़ा महत्वपूर्ण हैं दूर या निकट की सभी वस्तुएँ केवल प्रकाश के लौटने से दिखाई पड़ती हैं।
यदि प्रकाश में लौटने का गुण न हो तो चारों ओर अंधेरा हो जाए और कुछ दिखाई न पड़े।