पिनहोल कैमरा क्या होता है?
फोटोग्राफी के आविष्कार से पहले कलाकार लोग प्रतिबिम्ब बनाने के लिए इसी प्रकार के कैमरों का प्रयोग करते थे। इन्हीं प्रतिबिम्बों के आधार पर वे अपनी ड्राइंग तेजी से और साफ-सुथरी बना लेते थे। यह एक सरल कैमरा है जिसकी सहायता से एक परदे पर वस्तुओं के प्रतिबिम्ब बनाए जा सकते हैं।
उद्देश्य- पिनहोल कैमरा बनाना।
आवश्यक सामान-गत्ते का छोटा सा टुकड़ा, ट्रेसिंग पेपर, टिन का एक डिब्बा, रबड़ बैंड, डिब्बा कील, छोटी सी हथौड़ी तथा टेप ।
पिनहोल कैमरा बनाने की विधि-
(1) पिनहोल कैमरा बनाने के लिए एक टिन का डिब्बा लो जो न तो बहुत बड़ा हो और न बहुत छोटा हो। आकार में इसकी लम्बाई लगभग 5-6 इंच हो और व्यास 3-4 इंच हो। टिन के डिब्बे का ढक्कन हटा दो और इसकी तली में चित्र के अनुसार एक छोटा सा छेद कर दो। कील पर हथौड़ी से हल्की सी चोट मारकर छेद किया जा सकता है।
(2) इस डिब्बे को ट्रेसिंग पेपर के ऊपर रखो और गोलाई में निशान लगा लो। साइडों में कुछ उभरी हुई जगह छोड़कर इस कागज को काट लो। उभरे हुए हिस्सों को चित्र के अनुसार 90° पर मोड़ लो ।
(3) अब ट्रेसिंग पेपर को टिन के डिब्बे के साथ लगाकर टेप से चिपका दो। ट्रेसिंग पेपर डिब्बे के खुले हुए मुंह को ढक लेगा।
(4) अब पतला सा गत्ते का टुकड़ा डिब्बे के ऊपर एक नली के रूप में मोड़ लो। इस गत्ते की वजह से ट्रेसिंग पेपर पर प्रकाश नहीं पड़ेगा। इसकी लम्बाई लगभग 1 फुट रखो। अब यह नली चित्र की तरह दिखेगी।
(5) गत्ते की नलिका जो आपने बनाई है उसे ट्रेसिंग पेपर की ओर डिब्बे के ऊपर चढ़ाकर टेप या गोंद से चिपका दो। अब आपका कैमरा पूरी तरह तैयार हो गया है। तैयार होने के बाद यह दिए गए चित्र की तरह दिखेगा।
(6) अब इस कैमरे को घर से बाहर ले जाओ और इसके छेद को किसी पेड़ या मकान की तरफ करो जिस पर प्रकाश भली भांति पड़ रहा हो।
आपको इस दृश्य का प्रतिबिम्ब ट्रेसिंग पेपर पर उल्टा दिखाई देगा। फोटोग्राफी कैमरा भी इसी सिद्धान्त पर कार्य करता है, लेकिन उसमें छेद की जगह लैंस लगा होता है।