पान खाने से मुँह लाल क्यों हो जाता है ?
पान की पत्ती के साथ सुपारी, चूना, कत्था व कुछ सुगन्धित पदार्थ खाए जाते हैं। कत्था का, जो एक वृक्ष के तने से प्राप्त होता है, गुलाबी रंग एन्थोसायनिन की उपस्थिति के कारण होता है जो चूने (कैल्सियम ऑक्साइड) से क्रिया करके लाल रंग में परिवर्तित हो जाता है। पान चबाते समय ये पदार्थ मुँह के लार के साथ अच्छी तरह मिश्रित हो जाते हैं जिससे रंग और भी गहरा हो जाता है।