कुछ लोग नींद में क्यों चलते हैं?
रक्त में मुक्त कैल्सियम निद्रा-केन्द्र को उत्तेजित करता है। उद्दीपन के पश्चात् निद्रा केन्द्र-मास्तिष्क के भागों का मार्ग रोकता है जिससे हमें कोई कार्य करने की इच्छा नहीं होती और चेतना समाप्त हो जाती है। (मस्तिष्क-निद्रा)। इसके अतिरिक्त यह मस्तिष्क में कुछ तंत्रिकाओं के मार्ग में भी रुकावट उत्पन्न करता है जिससे आंतरिक अंग और हाथ-पैर सो जाते हैं (शारीरिक निद्रा)। ये दोनों प्रतिक्रियाएँ एक-दूसरे से संबंधित हैं। परन्तु कुछ अवस्थाओं में ये पृथक् हो जाती हैं। मस्तिष्क निद्रा में रहता है जबकि शरीर सक्रिय रहता है। ऐसा उन व्यक्तियों में होता है। जिनकी तंत्रिका-प्रणाली सामान्य रूप से कार्य नहीं करती। इसलिए ऐसे व्यक्तियों का शरीर जब मस्तिष्क-निद्रा में होता है तो ये बिस्तर से उठकर टहलते हैं।