हाइड्रोमीटर क्या है? – हाइड्रोमीटर एक ऐसा यंत्र है जिसके द्वारा किसी द्रव्य के हल्के या भारी होने का पता लगाया जा सकता है। तथा इसे विभिन्न द्रवों में डुबाकर देखा जाता है कि यह किस गहराई तक डूब सकता है।
उद्देश्य – एक हाइड्रोमीटर बनाना जिसके द्वारा तैरने के सिद्धान्त को दर्शाया जा सके। आवश्यक सामान-नमक, पानी, एक कोल्ड ड्रिंक पीने वाली नली, तीन बीकर, प्लास्टिसिन तथा स्पिरिट ।
हाइड्रोमीटर बनाने की विधि-
(1) लगभग 3 इंच लम्बाई की कोल्ड ड्रिंक पीने वाली नली काटो और उसके एक सिरे पर प्लास्टिसिन लगाकर एक छोटा-सा गोला बना लो ।
(2) नली के ऊपर पेन या पेंसिल से पांच-पांच मिली मीटर की दूरी पर निशान लगा लो ।
(3) अब 3 बीकर लो। एक बीकर में लगभग 3 चौथाई साधारण पानी भर लो। दूसरे में स्पिरिट भर लो । तीसरे में नमकीन पानी भर लो ।
(4) अब बारी-बारी करके नली से बनाए हाइड्रोमीटर को तीनों बीकरों में बारी-बारी से डुबाओ । यह नोट करो कि यह कितना डूबता है।
(5) नमकीन पानी साधारण पानी से अधिक भारी है इसलिए इसमें यह यंत्र कम डूबता है जबकि स्पिरिट सबसे हल्का है, इसलिए इसमें सबसे अधिक डूबता है।
इस तरह हम जानकारी प्राप्त करते हैं कि हाइड्रोमीटर के द्वारा विभिन्न प्रकार के द्रव पदार्थों का आपेक्षिक घनत्व निकाला जा सकता है।