इन्हें तीन वर्गों में बांटा जाता है- अक्षय, नवीकरणीय और अनवीकरणीय। अक्षय (इनएक्जहॉस्टिबल) संसाधनों में वे संसाधन आते हैं, जो मनुष्य द्वारा इस्तेमाल किए जाने से खत्म नहीं होते, जैसे- हवा, रेत, मिट्टी। नवीकरणीय (रिन्यूएबल) संसाधनों में वे संसाधन आते हैं, जो मनुष्य द्वारा इस्तेमाल करने के बाद प्राकृतिक रूप से फिर से उपलब्ध हो जाते हैं। अनवीकरणीय (नॉन रिन्यूएबल) संसाधनों में वे संसाधन आते हैं, जो इस्तेमाल होने के बाद वापस नहीं मिलते, जैसे- जीवाश्म ईंधन, धातुएं आदि।