गर्मियों में ही आंधी क्यों आती है?
ग्रीष्मकाल में किसी क्षेत्र में उष्ण भूमि के ऊपर वायु गरम होकर ऊपर उठती है और वहां वायु का दाब कम हो जाता है। जब उच्चतम दाब वाले क्षेत्र से वायु कम दाब वाले क्षेत्र की ओर तेजी से गति करती है तो आंधी आती है। सागर की सतह पर प्रत्येक क्षेत्र में वायु के असमान दाब के कारण सामान्यतः बड़े तूफान उत्पन्न होते हैं और पृथ्वी की ओर गति करते हैं जिससे समुद्र तट-क्षेत्रों के निवासी उग्रता से अधिक प्रभावित होते हैं। अपराह्न सागर की मन्द वायुगति 20 से 30 कि0मी0 प्रति घंटा होती है जो सर्वथा आनन्दायक होती है। उष्णकटिबन्ध – उग्रता वायु की गति 80 से 100 कि0मी0 प्रति घंटा होती है जिससे वृक्ष भवनों की छतें उखड़ जाती हैं और सागर की विशाल लहरों से जलयान डूब जाते हैं। विपरीत दिशा में प्रवाह करने वाली प्रबल वायु के आपस में टकराने से बहुत शक्तिशाली चक्रवात उत्पन्न होते हैं जिनकी गति 200 कि०मी० प्रति घंटा से अधिक हो सकती है। सागर-तट पर चक्रवात से विशाल क्षति होती है।