दही को बिलोने पर मक्खन अलग क्यों हो जाता है?
दही को बिलोने पर वह अपने द्रव और ठोस अवयवों में अलग हो जाता है। इन पदार्थों में ठोस और द्रव अवयवों के मध्य जो बन्ध होता है वह वास्तव में बहुत कमजोर होता है, इसलिए जैली-जैसे इन पदार्थों को हिलाने से बन्ध आसानी से टूट जाता है। चूँकि मक्खन का घनत्व दही के तरल अवयव यानी छाछ के घनत्व से कम होता है, अतः वह ऊपर आकर तैरने लगता है।