बारूद के ढेर में आग लगाने से आवाज क्यों नहीं होती?
पटाखे की बारूद शीघ्रदास्य वाले पदार्थों जैसे एमोनियम नाइट्रेट या पोटैसियम नाइट्रेट, सल्फर और चारकोल के मिश्रण से तैयार की जाती है। आग लगाने से इनमें शीघ्रता से रासायनिक परिवर्तन होते हैं जिसमें ऊष्मा और गैसीय उत्पादक की एक प्रचुर मात्रा उत्पन्न होती है। यही क्रिया बारूद को हथौड़े से चोट मारने पर शुरू होती है। इस स्थिति में एक कम समय में सीमित क्षेत्र में हथौड़े के नीचे दबाव उत्पन्न हो जाता है। गैसों के तेजी के साथ भागने से एक जोर की ध्वनि अर्थात् धमाका उत्पन्न होता है। खुले क्षेत्र में बारूद में आग लगाने से एक सीमित क्षेत्र में गैसों का दबाव उत्पन्न नहीं होता। गैसें धीरे-धीरे वायुमंडल में मिल जाती हैं और काई धमाका उत्पन्न नहीं होता।