Author: WikiHow Hindi
राजस्थान को छोड़कर भारत के ज्यादातर हिस्सों में करीब 110 सेंटीमीटर औसतन वार्षिक वर्षा होती है। यह बारिश करीब 2.75 मिलियन क्यूबिक किलोमीटर पानी प्रतिवर्ष प्रदान करती है।
भारत में दुनिया की आबादी का 17.5 प्रतिशत हिस्सा रहता है, मगर यहां केवल 4.4 प्रतिशत ऊर्जा का इस्तेमाल होता है। इसकी वजह यह है कि हमारे पास ऊर्जा …
नाभिकीय विलयन वह प्रक्रिया है, जिसमें दो परमाणु नाभिक आपस में मिलकर भारी मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। इस प्रक्रिया को पूरा होने के लिए बहुत ही उच्च …
समुद्री पानी को असीम ईंधन माना जाता है, क्योंकि समुद्री पानी में हाइड्रोजन का समस्थानिक (आइसोटोप) ड्यूटेरियम विपुल मात्रा में मौजूद है। समुद्र के पानी में हर 65,000 हाइड्रोजन …
नाभिकीय ऊर्जा परमाणुओं के केंद्र में मौजूद ऊर्जा से प्राप्त की जाती है। नाभिकीय ऊर्जा कुछ तत्वों, जैसे यूरेनियम के परमाणुओं को तोड़कर बनाई जाती है। यूरेनियम के नाभिकों …
विश्व का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र डैगेट, कैलीफोर्निया के पास मोजेव रेगिस्तान में स्थित है। वर्तमान में यह 675 मेगावाट बिजली उत्पन्न कर रहा है, जो दस लाख …
पृथ्वी द्वारा अवशोषित ऊर्जा पूरी दुनिया में एक वर्ष में कोयला और पेट्रोलियम से पैदा हुई ऊर्जा के 3,000 गुणा के बराबर होती है।
पवनचक्की द्वारा वायु की ऊर्जा का इस्तेमाल करके यांत्रिकी या विद्युतीय ऊर्जा पैदा की जाती है। पवनचक्की दो प्रकार की होती हैं। एक क्षैतिज (हॉरिजेंटल) धुरी वाली और दूसरी …
रूस, सऊदी अरब, अमेरिका, मेक्सिको, वेनेजुएला, चीन, ब्रिटेन, इंडोनेशिया, ईरान, इराक और कुवैत प्रमुख पेट्रोलियम उत्पादक देश हैं। वैज्ञानिकों के अनुमान के अनुसार, विश्व में पेट्रोल की खपत 6 …
गैसोलीन, केरोसीन, डीजल, लुब्रीकेंट्स, ग्रीस, मोम, डामर, आदि विभिन्न पेट्रोलियम यौगिक हैं। इन सभी को कच्चे तेल के आंशिक आसवन (फ्रेक्शनल डिस्टिलेशन) द्वारा प्राप्त किया जाता है।