सौर ऊर्जा द्वारा विद्युत घर पर कैसे उत्पन्न की जा सकती है?
सोलर सैल क्या है?- सोलर सैल एक ऐसा प्रक्रम है जिसके द्वारा प्रकाश ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है। इस प्रोजेक्ट में सोलर सैल से विद्युत ऊर्जा बनाकर बल्ब जलाना या एमीटर दर्शाया गया है। इस सिद्धान्त के आधार पर बहुत से सोलर सैल श्रेणी क्रम में जोड़कर अत्यधिक विद्युत उत्पन्न की जा सकती है। बैटरी चार्ज करने में भी सोलर सैल का प्रयोग करते हैं। विज्ञान की प्रयोगशालाओं में सोलर सैल का प्रयोग किया जाता है।
उद्देश्य – सोलर सैल प्रयोग में लाकर सौर ऊर्जा द्वारा विद्युत उत्पन्न करना।
आवश्यक सामान-एक सोलर सैल, गत्ते का डिब्बा, छोटा टार्च का बल्ब या L.E.D., स्टैन्ड में लगा अवतल दर्पण (Concave Mirror), दो टुकड़े तांबे के तार के तथा एमीटर।
सौर ऊर्जा द्वारा विद्युत उत्पन्न करने की विधि-
(1) चार सोलर सैल लेकर और उन्हें दो तारों द्वारा किसी टार्च के बल्ब या एमीटर से जोड़ दें।
(2) इन सोलर सैलों को गत्ते के डिब्बे के साथ चिपका दें।
(3) अब एक अवतल दर्पण को धूप में रखकर उस पर पड़ने वाली किरणों को सोलर सैल पर केन्द्रित कर दें तथा दर्पण को आगे-पीछे करके अधिक-से-अधिक सूर्य का प्रकाश सोलर सैल पर डालने का प्रयास करें ।
(4) यह सूर्य का प्रकाश सोलर सैल द्वारा विद्युत ऊर्जा में बदल जाएगा तथा तारों से बहने वाली विद्युत ऊर्जा के द्वारा बल्ब प्रकाशित हो जाएगा या एमीटर की सुई चलनी शुरू हो जाएगी।
(5) अवतल दर्पण जितना बड़ा होगा उस पर उतनी अधिक प्रकाश की किरणें पड़ेंगी और उस दर्पण द्वारा सोलर सैल पर भली-भाँति फोकस करके अत्यधिक विद्युत ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है।
(6) सोलर सैल काफी उपयोगी हैं। इनके प्रयोग के द्वारा अंतरिक्ष-यान में सूर्य के प्रकाश को विद्युत में बदल दिया जाता है।