मिठाई खाने के पश्चात् मीठे-पेय स्वादहीन क्यों लगते हैं?
जिह्वा में स्वाद-ग्रन्थियाँ होती हैं जिनमें न्यूरो एपिथीलियस कोशिकाएँ होती हैं। यही कोशिकाएँ स्वाद-अभिग्राहियों की भूमिका निभाती हैं। स्वाद की अनुभूति के लिए स्वादेन्द्रिय से निकलने वाले वैद्युत-स्पन्दन मस्तिष्क में पहुँचकर स्वाद की अनुभूति कराते हैं। परन्तु स्वोन्द्रिय से वैद्युत विसर्जन तभी होता है जब कोई बाहरी उद्दीपक उसे ऐसा करने के लिए प्रेरित करे और यह कार्य मिठाई करती है।
मिष्ठान्न स्वाद-ग्रन्थियों को उत्तेजित कर देता है। तीव्र मिठास वाले मिष्ठान्न संवेदी अभिग्राहकों को अधिक से अधिक उद्दीप्त कर देते हैं। मिठास से ये पहले ही संतृप्त हो चुके होते हैं। यही कारण है कि मिठाई खाने के बाद आइसक्रीम व दूध दोनों ही फीके लगते हैं।