ट्यूबलाइट के प्रकाश छाया क्यों नहीं बनती?
छाया का बनना प्रकाश के उद्गम और वस्तु के आकार पर निर्भर है। उद्दीप्त बल्ब में फिलामेंट का आकार अपने चारों ओर स्थित वस्तुओं में बहुत छोटा है। जब एक वस्तु का आकार प्रकाश के उद्गम की तुलना की अपेक्षा बड़ा होता है तो यह गहरी छाया बनाता है। वस्तु को उद्गम के समीप लाने पर छाया में वृद्धि हो जाती है।
इसके विपरीत जब उद्गम वस्तु की तुलना में विस्तृत होता है तो वस्तु की अनेक छायाएँ बनती हैं। उद्गम के विभिन्न बिन्दुओं से आने वाला प्रकाश छायाएँ है जो एक-दूसरे से अल्प मात्रा में विस्थापित हो जाती है। ट्यूबलाइट प्रकाश का विस्तृत उद्गम है। यह अनेक वस्तुओं की तुलना में आकार में बड़ा होता है, इसलिए वस्तु की बहुत छोटी छाया बनती है। केन्द्रीय धूमिल क्षेत्र को आवेष्टित करने वाली छाया का अन्य भाग क्षीण होता है। जब वस्तु को दीवार से दूर किया जाता है तो इसकी छाया नहीं बनती, क्योंकि दीवार पर छाया अतिव्याप्ति-भाग नहीं है। वस्तु की हल्की छाया होती है जो सरलता से दिखाई नहीं देती। ट्यूबलाइट से अधिक आकार वाली वस्तु छाया बनाती है।